Athlete’s foot in hindi | एथलीट फुट

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Athlete’s foot in hindi | एथलीट फुट (Athlete’s foot) या पैरो में फंगल इन्फेक्शन के कारण, लक्षण, घरेलू चिकित्सा: डॉक्टर्स का कहना है की अंगुलियों के बीच के भाग में अच्छे से सफाई ना होने, बिना पोंछे जूते पहन लेने, एवं दिन भर वो जूता पहने रहने इत्यादि से एथलीट पांव यानी पैरो में फफूंदी हो जाती है।

Athlete’s foot in hindi

एथलीट फुट बीमारी से पैरो में अंगुलियों के बीच में छाले एवं घाव हो जाते हैं जिनमें से जल निकलता रहता है। अंगुलियों के बीच का भाग गल-सा जाता है। पैरों से गन्दी बू आने लगती है। डॉक्टरों के मुताबिक जूतों को पहनने से पहले अच्छी तरह अंदर से साफ़ कर लेना चाहिए।

एथलीट फुट के कारण

एथलीट फुट रोग एक फफूंदी के संक्रमण के कारण होता है। उंगलियों के बीच के भाग की समुचित सफाई न होने, बगैर पोंछे जूते पहन लेने, दिन में अधिकांश वक़्त जूते ही पहने रहने इत्यादि कारणों से ये रोग होता है। इसके अलावा ज्यादा वक़्त तक जल में पांव भीगे रहने से भी ये रोग हो जाता है।

एथलीट फुट के लक्षण

एथलीट फुट रोग में पांव की उंगलियों के बीच में छाले और घाव हो जाते हैं, जिनमें से जल निकलता है। उंगलियों के बीच का भाग गल-सा जाता है एवं पैरों में से दुर्गंध आने लगती है।

एथलीट फुट की घरेलू चिकित्सा

  • जुराब और जूते साफ रखें, जूतों में बंद पैरों में हवा लगती रहे, इसलिए कि पसीना न आए।
  • गर्म जल में नमक डालकर सुबह-शाम उंगलियों को साफ करें। जुराब, जूते अच्छी तरह पोंछ कर पहनें।
  • हलदी को बारीक पीसकर सरसों के तेल में मिलाकर लगाएं।
  • नीम का तेल लगाएं।

Athlete’s foot in hindi | एथलीट फुट

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