दांतो के रोग और उनका इलाज: दातों की समुचित सफाई न होने से तथा ज्यादा गर्म और ठण्डे वस्तु लेने से दांतों और मसूढ़ों के रोग उत्पन्न होते हैं।
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दांतो के रोग के लक्षण
दांतों से ठंडा-गर्म लगना, कीड़ा लगना, दांतों का हिलना, दांतों में काली पपड़ी जमना, मसूढ़ों से खून आना आदि।
दांतो के रोग का घरेलू इलाज
- सेंधानमक को अत्यंत बारीक पीस लें। आधा चम्मच सेंधानमक के इस चूर्ण को चार गुना सरसों के तेल में मिलाकर हलके हाथ से सुबह के वक़्त मसूढ़ों और दांतों को मालिश करें। बाद में जल से मुंह साफ कर लें।
- सुबह रोज नीम की दातुन करें।
- आधे चम्मच बारीक हलदी के चूर्ण में चार गुना सरसों का तेल मिलाएं एवं सुबह मसूढ़ों की मालिश करें। बाद में गुनगुने जल से कुल्ले करें।
- आक की टहनियों को सुखा लें एवं सुखने पर जलाकर बारीक पीस लें। सरसों का तेल मिलाकर दांतों पर मलें। थोड़ी देर दांतों में से जल निकलने दें, फिर गर्म जल से कुल्ले कर लें।
- रीठे के छिलकों को लोहे की कड़ाही में जला लें। फिर इसमें भुनी हुई फिटकिरी बराबर मात्रा में मिलाकर बारीक पीसकर रखें। इसे मंजन की तरह सुबह-शाम प्रयोग करें।
- सेंधानमक, पिप्पली एवं जीरा सम भाग लेकर पीस लें एवं इस मंजन का प्रयोग करें।
- जामुन की छाल को सुखाकर कूट लें एवं मंजन की तरह प्रयोग करें।
- बरगद की जटाओं की दातुन करें।
- नीम की पत्तियां जल में उबालकर कुल्ले करें।
- प्याज को पत्तियों समेत कूटकर, रस निकालकर उससे कुल्ले करें।
दांत दर्द का घरेलु इलाज
- फिटकिरी एवं लौंग बराबर मात्रा में पीसकर दांतों पर मलें। दर्द तुरंत दूर हो जाएगा।
- आधा चम्मय हलदी, 4 चम्मच अजवायन और 4 अमरूद के पत्तों को आधा लीटर जल में उबालें एवं उतार लें। गुनगुना रह जाने पर इस के कुल्ले करें। दर्द में तुरंत आराम मिलेगा।
- हींग को गर्म करके दर्द वाले दांत पर दबाकर रखें, दर्द गायब हो जाएगा।
- कपूर दांतों के बीच में दबाकर रखने से थोड़ी देर में दांत दर्द दूर हो जाएगा।
- अदरक के दुकड़े पर नमक लगाकर दांत के नीचे दबाएं।
- हलदी को जलाकर बारीक पीस लें एवं मंजन की तरह प्रयोग करें।
- एक-एक चम्मच अनार एवं बेर की छाल के चूर्ण में दो लौंगें डालकर जल में उबालें। छान कर इससे गरारे और कुल्ले करें।
- आम के पत्तों को सुखाकर और जलाकर चूर्ण बना लें। इस चूर्ण में थोड़ा सा नमक और सरसों का तेल मिलाकर मंजन करें।
- पुदीने के पत्ते सुखाकर मंजन की तरह प्रयोग करें। साथ में थोड़ा-सा नमक मिला सकते हैं।
- बादाम के छिलके जलाकर रख लें एवं पीसकर मंजन की तरह प्रयोग करें।
- अदरक को कूटकर उसका रस निकाल लें एवं इसके एक चम्मच रस में एक चुटकी नमक मिलाकर मसूढ़ों की मालिश करें।
- आंवले के चूर्ण में कपूर मिलाकर मंजन की तरह प्रयोग करें।
- दो सूखे अंजीर रात को इतने जल में भिगोएं कि अंजीर जल को सोख लें। सुबह उठकर इन अंजीरों को चबाएं।
- संतरे के छिलके सुखाकर अच्छी तरह कूठ-पीसकर छान लें एवं मंजन करें।
- पालक के कच्चे पत्ते दिन में दो-तीन बार चबाएं। पालक और गाजर का जूस भी पिलाएं।
- रोगी को सप्ताह भर सिर्फ अंगूर खिलाएं, मसूढ़ों और दांतों के सब ही रोगों से मुक्ति मिल जाएगी।
- संतरे का रस रोगी को दिन में कई बार पिलाएं और संतरा खाने को दें।
- अनार का छिलका सुखाकर समान मात्रा में काली मिर्च और नमक के साथ पीस लें एवं मंजन की तरह प्रयोग करें।
आयुर्वेदिक औषधियां
लाल दंत मंजन, त्रिफला गुग्गुल, पंचक्षीरी वल्कल क्वाथ, लवंग तेल, यवक्षार, बकुलत्वक चूर्ण, खदिरादि वटी, लाक्षा चूर्ण आदि।
पेटेंट औषधियां
गम टोन पाउडर (चरक), जी-32 गोलियां (एलारसिन), लाल दंत मंजन (डाबर और वैद्यनाथ)।
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