Unseen poem in hindi with questions and answers

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Unseen poem in hindi with questions and answers: दोस्तों यहाँ कुछ ऐसी कविताएं poems है प्रश्ना और उत्तर के साथ जो आपने पहले कभी नहीं पढ़ी होंगी। इन कविताओं के साथ मजेदार प्रश्न है और उनके उत्तर भी है।

आमिर खुसरो की पहेलियाँ | Amir khusro ki paheliyan

चाँदनी रात की ओर

चाँदनी रात की ओर, चल पड़ा मैं, राह देखता हूँ, सितारों की ओर।

हर तारा झलक रहा था आसमान में, सपनों की दुनिया छाई थी जहां।

रात की चादर ओढ़ी थी सारी ज़मीन पर, मिलने की आस जगा रही थी मन में।

धीरे-धीरे आँखें भरी जा रही थीं धुंध से, खुल रहा था नया सफर, दिल की कहानी में।

हसरतें छलक रही थीं दिल के कोने से, जगा रही थीं कल्पनाएं नए जहां में।

रात की ख़ामोशी सुनाई दे रही थी बातें, अजनबी से लग रहा था ये सफर पुराना जैसा।

चाँदनी रात की ख़ासियत थी अलग, ज़िन्दगी की कुछ और रात थी ये समान।

Questions:

Q1: कवि रात के समय कहाँ जा रहा है?

Q2: चाँदनी रात में क्या छाया हुआ था?

Q3: रात की चादर ओढ़ी थी सारी ज़मीन पर, इससे क्या संदेह सम्बंधित है?

Q4: रात की ख़ामोशी से क्या कहानी सुनाई दे रही थी?

Answers:

A1: कवि चाँदनी रात की ओर जा रहा है।

A2: हर तारा झलक रहा था आसमान में।

A3: रात की चादर ओढ़ी थी सारी ज़मीन पर, इससे मिलने की आस जगा रही थी मन में। यह संदेह है कि वह शायद किसी से मिलने की इच्छा रख रहा था।

A4: रात की ख़ामोशी से नई कहानी सुनाई दे रही थी, जिसमें उसे अजनबी से लग रहा था ये सफर पुराना जैसा। यह बताता है कि वह एक नए सफर के तारीके से परिचित हो रहा था, जो पुराने सफर से अलग था।

Table of Contents

Unseen poem in hindi with questions and answers

काव्य सागर (Kavya Sagar)

दिखावे की परछाईं, काव्य सागर अनंत, विचार की गहराईं, काव्य सागर अनंत।

विरह की वेलियां, प्यासी धरती के संग, प्रेम की रेखाएं, रंगीन आसमान।

काव्य सागर की क्षारता दिखलाएं क्या हैं? उसमें विचार की गहराई और प्रेम की रेखाएं किस प्रकार दिखती हैं?

प्रेम के पानी से बढ़कर कुछ, नहीं इस जग में अनमोल, आँखों को भरने वाली, वो काव्य सागर की बूंद।

कवि की भावनाएं लिखती, बेहद सुंदर रागिनी, रस भरे गीत गाती, काव्य सागर की मूरत।

क्या कवि का भावी प्रतिबिम्ब किसे कहा गया है? उसकी भावनाएं और रस भरे गीत किस तरह से वर्णित होते हैं?

विरह के अग्निसी को बुझाने, काव्य सागर तरसते, जन-जन के दिल में बसने, वो काव्य सागर विरासत।

बुझाने वाले अग्निसी को और जन-जन में बसने वाले काव्य सागर को किस तरह से व्यक्त किया गया है?

Questions and Answers:

Q1: काव्य सागर की क्षारता दिखलाएं क्या हैं? उसमें विचार की गहराई और प्रेम की रेखाएं किस प्रकार दिखती हैं?

A1: काव्य सागर की क्षारता उसके अनंतता को दर्शाती है, जो न तो कवि की रचनाओं का अंत होती है और न ही उसके भावों का। वहां विचार की गहराई और प्रेम की रेखाएं भी दिखती हैं, जो कवि के कल्पनाशील मन की उभरती हुई भावनाओं को व्यक्त करती हैं।

Q2: प्रेम के पानी से बढ़कर कुछ, नहीं इस जग में अनमोल, आँखों को भरने वाली, वो काव्य सागर की बूंद। कवि की भावनाएं लिखती, बेहद सुंदर रागिनी, रस भरे गीत गाती, काव्य सागर की मूरत। क्या कवि का भावी प्रतिबिम्ब किसे कहा गया है? उसकी भावनाएं और रस भरे गीत किस तरह से वर्णित होते हैं?

A2: कवि का भावी प्रतिबिम्ब उसकी काव्य सागर की एक बूंद है जो प्रेम के पानी से बढ़कर अनमोल है। वह भावनाएं लिखती है जो बेहद सुंदर रागिनी होती हैं और जिसमें रस भरे गीत गाए जाते हैं। उसके काव्य सागर में विरह की अग्निसी बुझाने के लिए यह भावनाएं और रस भरे गीत आत्मर्पण करते हैं।

Q3: विरह के अग्निसी को बुझाने, काव्य सागर तरसते, जन-जन के दिल में बसने, वो काव्य सागर विरासत। बुझाने वाले अग्निसी को और जन-जन में बसने वाले काव्य सागर को किस तरह से व्यक्त किया गया है?

A3: यह शेर दिखाता है कि काव्य सागर उन अग्निसियों को बुझाने में तरसता है, जो विरह के दुख से जल रहे होते हैं। उसे जन-जन के दिल में बसने की विरासत मिली होती है, जो उसकी रचनाएं पढ़कर उनके दिलों में समायी होती हैं।

Unseen poem for class 5 in hindi with questions and answers

चाँद और सितारे

ऊँचे आसमान में चमकते हैं सितारे, पर चाँद राजा है उनके बीच एक नक्शी उतारे।

सोते जब रात को लोग, वे जगमगाते नभ को, चाँदनी बिखर जाती है, उनसे होकर सब दरियाब।

चाँद के पीछे अंधेरा है, प्रकाश का वह रहस्यमय, जब छिप जाता सूरज देखो, चाँद महसूस करता है अल्हड़।

सितारे चमकते रहते हैं, जैसे जलती हैं चिराग, बिना भटके राह में कभी, नहीं बिछड़ते वे मराग।

इस प्रकृति की खूबसूरती को, है ये दिखाने वाले, चाँद और सितारे संग में, देते साथ एक और रंग।

Questions:

Q1: चाँद और सितारे कहाँ चमकते हैं? Q2: चाँद के पीछे क्या है और सूरज छिप जाते ही चाँद कैसा अनुभव करता है? Q3: सितारे जैसे चमकते हैं, उसका किस तरह से ताल्लुक है?

Answers:

A1: चाँद और सितारे ऊँचे आसमान में चमकते हैं। A2: चाँद के पीछे अंधेरा है और सूरज छिप जाने पर चाँद अल्हड़ी भावना को महसूस करता है। A3: सितारे जैसे चमकते हैं, वे बिना भटके राह में कभी नहीं बिछड़ते, उसका ताल्लुक उनकी स्थिरता और दृढ़ता से है।

Unseen poem for class 8 in hindi with questions and answers

खुली आँखों से देखा है मैंने, धरती को, आसमान को। फूलों को, पत्तों को, हर रंग भरे इन्सान को।

प्रकृति के इस सौंदर्य को, कैसे करूँ वर्णन? सब लबों से कुछ भी नहीं, कहने को शब्द अपुराण।

धरती पर कोई भी जन्तु, सब एक-दूसरे से भिन्न। परंतु मनुष्य अलग-अलग, इसमें छिपा समृद्धि विस्तार अद्भुत।

जब बन जाते दोस्त अपने, प्रेम की हो अभिव्यक्ति। तभी मिलती है सच्ची सख़ी, जीवन को मिलता है अर्थ और महत्व।

स्नेहियों के साथ गुजरता वक्त, हंसते-हंसते हो जाएं रंगीन। चोट आए या हो हार, साथी होते सच्चे और मधुर आवाज।

कभी मत भूलो इस सच्चाई को, दोस्ती का मूल मंत्र। सभी को गले लगाने से पहले, याद रखो यह विचार।।

Questions:

Q1: कवि ने प्रकृति के सौंदर्य को देखा है और उसे कैसे वर्णन करने की कोशिश की है? Q2: मनुष्य और जन्तुओं के बीच में क्या अंतर होता है? इसमें क्या विशेषता है? Q3: सच्ची दोस्ती की महत्वता को समझाती कुछ पंक्तियाँ लिखें।

Answers:

A1: कवि ने प्रकृति के सौंदर्य को देखा है और उसे वर्णन करने के लिए कहा है कि उसे सब लबों से भी बयान नहीं किया जा सकता है। वह प्रकृति के सौंदर्य के अद्भुतता को चित्रित करने की कोशिश करता है।

A2: मनुष्य और जन्तुओं के बीच यह अंतर है कि धरती पर कोई भी जन्तु अपने-आप में अलग-अलग होता है, परंतु मनुष्य अपने समृद्धि, विचार, भावनाएं और सम्बंधों में अद्भुत विविधता लाता है।

A3: सच्ची दोस्ती की महत्वता को समझाने के लिए कवि ने कहा है कि दोस्ती का मूल मंत्र है “सभी को गले लगाने से पहले, याद रखो यह विचार।” यह बताता है कि अच्छे दोस्त साथी होते हैं जो हंसते-हंसते जीवन को रंगीन बना देते हैं और जब हार होती है तो वे साथ देते हैं और मधुर आवाज़ से समर्थन प्रदान करते हैं।

unseen poem in hindi with mcq questions

कलियों की खिलती गुलदस्ता, बगीचे में बन रहा था।

धूप में खिल रहे थे वे, मस्ती में झूम रहे थे।

प्रकृति की इस सुंदरता को, देखकर मन हुआ खिलता।

बगीचे का वो नजारा, सबको भाया अच्छा।

स्वभाव से ही खुशियाँ, मिली इन्हें फूलों से।

खुद को भूलकर वे खिले, न जाने कहाँ से।

मधुमक्खी को आकर्षित कर, मिले वे मिठे गूदे से।

प्रकृति ने दिया संदेहशील, खास यह विशेष अंदाज़।

परंतु वह खिलती कलियाँ, क्या जानतीं थी अब।

आज वे खिले तो भी सबके लिए, उनका दिल है सबसे खास।

MCQ Questions:

Q1: किसे खिलती गुलदस्ता बनने का मौका मिला था?

a) फूलों को (Flowers)

b) कलियों को (Buds)

c) बगीचे को (Garden)

d) मधुमक्खियों को (Bees)

Q2: बगीचे के नजारे को सभी को कैसा लगा?

a) अच्छा (Good)

b) खास (Special)

c) सुंदर (Beautiful)

d) आकर्षक (Attractive)

Q3: किस विशेषता के कारण खिले फूल मधुमक्खियों को आकर्षित करते हैं?

a) मिठे गूदे (Sweet nectar)

b) खिलता हुआ रंग (Blooming color)

c) महक (Fragrance)

d) सुंदरता (Beauty)

Q4: खिलती कलियाँ किसके लिए खास थीं?

a) सबके लिए (Everyone)

b) मधुमक्खियों के लिए (Bees)

c) बगीचे के लिए (Garden)

d) उनका दिल (Their hearts)

Answers:

  1. b) कलियों को (Buds)
  2. a) अच्छा (Good)
  3. a) मिठे गूदे (Sweet nectar)
  4. d) उनका दिल (Their hearts)

Unseen poem in hindi with questions and answers

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